सनी देओल के जन्मदिन पर उनके दमदार और बेहतरीन डायलाग
हम ही हम हैं,तो क्या हम हैं... तुम ही तुम हो, तो क्या तुम हो ... बॉर्डर
बरसात से बचने की हैसियत नहीं...और गोलीबारी की बात करते हैं आप लोग- ग़दर एक प्रेम कथा !
आदमी बड़ा हो या छोटा,कोई फर्क नहीं पड़ता... बस उसकी कहानी बड़ी होनी चाहिए ...
Dishkiyaoon
बलि हमेशा बकरे की दी जाती है,शेर की नहीं...सिंह साब दी ग्रेट !
मर्द बनने का इतना ही शौक है तो कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दे ... घातक
डराकर वो लोग जीते हैं,जिनकी हड्डियों में पानी भरा होता है !
Title 2
अंधे बहरों का शहर है ये, पत्थर हैं ये सब के सब,यहाँ तो बस सर फोड़ा जा सकता है ---घायल
पत्थरों की सी दुनिया में देवता बनना तो बहुत आसन है, इंसान बनना बहुत मुश्किल ...जीत !